जागरण संवाददाता, लखनऊ : सरकारी व सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के प्राचार्यो, शिक्षकों व कर्मचारियों को वेतन अब बायोमीटिक उपस्थिति से सत्यापन कर ही दिया जाएगा। अभी तक जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) कार्यालय में वेतन बिल के साथ उपस्थिति का ब्योरा रजिस्टर पर दर्ज करके भेजा जाता है, लेकिन अब बायोमीटिक उपस्थिति का प्रिंट आउट भी सत्यापित कर प्रबंधक भेजेंगे तभी वेतन भुगतान होगा। डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि अगर इस प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया तो वेतन रोक दिया जाएगा। उन्होंने स्कूल में किसी भी कीमत पर शैक्षणिक वातावरण बेहतर बनाने पर जोर देने के निर्देश दिए हैं।
सरकारी व सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में प्रतिदिन कक्षाएं चलाई जाएं। ऐसे विद्यार्थी जो अनुपस्थित रहते हैं उन्हें चेतावनी दी जाए और स्कूल बुलाया जाए। वहीं बिना किसी कारण के कोई भी विद्यार्थी बीच में स्कूल छोड़कर कर नहीं जा पाएगा। प्रार्थना सभा के बाद और मध्यावकाश के बाद उपस्थिति दर्ज की जाएगी। विद्यार्थियों की उपस्थिति पंजिका पर उपस्थित व अनुपस्थित स्पष्ट लिखना होगा। कोई भी शिक्षक कालम डॉट लगाकर खाली नहीं छोड़ेगा। कमजोर विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं संचालित की जाएं।
सरकारी व सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में प्रतिदिन कक्षाएं चलाई जाएं। ऐसे विद्यार्थी जो अनुपस्थित रहते हैं उन्हें चेतावनी दी जाए और स्कूल बुलाया जाए। वहीं बिना किसी कारण के कोई भी विद्यार्थी बीच में स्कूल छोड़कर कर नहीं जा पाएगा। प्रार्थना सभा के बाद और मध्यावकाश के बाद उपस्थिति दर्ज की जाएगी। विद्यार्थियों की उपस्थिति पंजिका पर उपस्थित व अनुपस्थित स्पष्ट लिखना होगा। कोई भी शिक्षक कालम डॉट लगाकर खाली नहीं छोड़ेगा। कमजोर विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं संचालित की जाएं।