शुभ प्रभात मित्रो
कल दिनांक 1 अक्टूबर दिन रविवार को लखनऊ के बरादरी पार्क में हमारे द्वारा की गई मीटिंग सकुशल सम्पन्न हुई। ऐसे समस्त साथी जो मीटिंग का हिस्सा बने उन्हें धन्यवाद कल आयोजित मीटिंग में सभी साथियों द्वारा यह कहा गया कि मेरे द्वारा प्राथमिक भर्ती में माननीय उच्चतम न्यायालय 7 दिसंबर 2015 के आदेशानुसार 841 की मौलिक नियुक्ति के विरोध में दाखिल स्पेशल अपील डिफेक्टिव 457/17 दाखिल हुई है उसमें जुड़ने का आग्रह किया गया परंतु मेरे द्वारा उन सभी भाइयों को मना कर दिया गया मैंने उन सभी भाइयों को बताया कि सभी भाइयों को जैसे ही इलाहाबाद से मामला सुप्रीम कोर्ट जायेगा जितने भी अभ्यथियों को जोड़ना होगा जोड़ दिया जायेगा। मेरी सर्वप्रथम प्राथमिकता है कि मुकदमा इलाहाबाद हाइकोर्ट की डिवीज़न बेंच से किसी भी तरह decide हो चाहें मैं यहाँ से जीतकर जाऊ या हारकर यदि मौलिक नियुक्तियां निरस्त होती हैं तो प्रतिवादी सुप्रीम कोर्ट जायँगे यदि कोर्ट मेरी अपील खारिज करती है तो मैं सुप्रीम कोर्ट में अपील फ़ाइल करूँगा। मुकदमा दोनों तरह से सुप्रीम जाना अवश्य तय है और जो मुकदमे की सत्यानाशी इस याचीगोरखधंधे में मारी गयी है उसे दुबारा रेओपेन करवाकर फैक्ट और मेरिट पर decide करवाऊंगा चाहे इसके लिए मुझे कॉन्स्टिट्यूशन बेंच ही क्यों न बनवानी पड़े। मैं चाहता हूँ कि मुकदमा फैक्ट और लॉ पर decide हो भले मुझे नौकरी मिले ये न मिले। अगर सुप्रीम कोर्ट में पंजीरी बांटी गई है तो सभी टेट 2011 के वैध अभ्यर्थियों को मिले अन्यथा केस को लॉ पर decide करें। जिस दिन मुकदमा लॉ पर आयेगा उस दिन जाने कितने लोगों की बत्ती गुल होगी यह तो ऊपर वाला ही जानता है। मैं किसी की भी भाई और बहन की नौकरी का दुश्मन नही हूँ बस नियम पर भर्ती प्रक्रिया कम्पलीट हो यही मेरी चाह है और चाहे कोई मुझे फेसबुक व्हाट्सएप पर कितनी भी गालियां दे ले मैं यही समझता हूँ कि पीठ पीछे तो व्यक्ति नरेंद्र मोदी जी को भी गालियां देता है। मित्रों गालियां भी उसे ही प्राप्त होती है जो कुछ समाज मे करना चाहता है उस व्यक्ति के प्रशंशक भी होते हैं और मतभेद उत्पन्न करने वाले भी होते हैं खैर मुझे उससे कोई फर्क नही पड़ता है। 841की मौलिक नियुक्ति के मुकदमे की तारीख इलाहाबाद की खंडपीठ में दिनांक 7 अक्टूबर दिन शनिवार को माननीय तरुण अग्रवाल जी की बेंच में होगी, इस बार कोर्ट शनिवार को भी बैठेगी। धन्यवाद
आपका शुभेछु
ऋषि श्रीवास्तव
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कल दिनांक 1 अक्टूबर दिन रविवार को लखनऊ के बरादरी पार्क में हमारे द्वारा की गई मीटिंग सकुशल सम्पन्न हुई। ऐसे समस्त साथी जो मीटिंग का हिस्सा बने उन्हें धन्यवाद कल आयोजित मीटिंग में सभी साथियों द्वारा यह कहा गया कि मेरे द्वारा प्राथमिक भर्ती में माननीय उच्चतम न्यायालय 7 दिसंबर 2015 के आदेशानुसार 841 की मौलिक नियुक्ति के विरोध में दाखिल स्पेशल अपील डिफेक्टिव 457/17 दाखिल हुई है उसमें जुड़ने का आग्रह किया गया परंतु मेरे द्वारा उन सभी भाइयों को मना कर दिया गया मैंने उन सभी भाइयों को बताया कि सभी भाइयों को जैसे ही इलाहाबाद से मामला सुप्रीम कोर्ट जायेगा जितने भी अभ्यथियों को जोड़ना होगा जोड़ दिया जायेगा। मेरी सर्वप्रथम प्राथमिकता है कि मुकदमा इलाहाबाद हाइकोर्ट की डिवीज़न बेंच से किसी भी तरह decide हो चाहें मैं यहाँ से जीतकर जाऊ या हारकर यदि मौलिक नियुक्तियां निरस्त होती हैं तो प्रतिवादी सुप्रीम कोर्ट जायँगे यदि कोर्ट मेरी अपील खारिज करती है तो मैं सुप्रीम कोर्ट में अपील फ़ाइल करूँगा। मुकदमा दोनों तरह से सुप्रीम जाना अवश्य तय है और जो मुकदमे की सत्यानाशी इस याचीगोरखधंधे में मारी गयी है उसे दुबारा रेओपेन करवाकर फैक्ट और मेरिट पर decide करवाऊंगा चाहे इसके लिए मुझे कॉन्स्टिट्यूशन बेंच ही क्यों न बनवानी पड़े। मैं चाहता हूँ कि मुकदमा फैक्ट और लॉ पर decide हो भले मुझे नौकरी मिले ये न मिले। अगर सुप्रीम कोर्ट में पंजीरी बांटी गई है तो सभी टेट 2011 के वैध अभ्यर्थियों को मिले अन्यथा केस को लॉ पर decide करें। जिस दिन मुकदमा लॉ पर आयेगा उस दिन जाने कितने लोगों की बत्ती गुल होगी यह तो ऊपर वाला ही जानता है। मैं किसी की भी भाई और बहन की नौकरी का दुश्मन नही हूँ बस नियम पर भर्ती प्रक्रिया कम्पलीट हो यही मेरी चाह है और चाहे कोई मुझे फेसबुक व्हाट्सएप पर कितनी भी गालियां दे ले मैं यही समझता हूँ कि पीठ पीछे तो व्यक्ति नरेंद्र मोदी जी को भी गालियां देता है। मित्रों गालियां भी उसे ही प्राप्त होती है जो कुछ समाज मे करना चाहता है उस व्यक्ति के प्रशंशक भी होते हैं और मतभेद उत्पन्न करने वाले भी होते हैं खैर मुझे उससे कोई फर्क नही पड़ता है। 841की मौलिक नियुक्ति के मुकदमे की तारीख इलाहाबाद की खंडपीठ में दिनांक 7 अक्टूबर दिन शनिवार को माननीय तरुण अग्रवाल जी की बेंच में होगी, इस बार कोर्ट शनिवार को भी बैठेगी। धन्यवाद
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