शुभ संध्या मित्रों
आज हुई 839 की सुनवाई का आदेश हुआ अपलोड 22 सिंतबर को सेक्रेटरी बेसिक ( concerned अथॉरिटी ) को सभी रिकॉर्ड सहित कोर्ट ने तलब किया है। 839 नियोक्ताओं की सच्चाई की कलई अब खुलेगी। किसने उस जिले में आवेदन नही किया कौन टेट 11 किया है बीएड 12 किया है। कितने सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाये गए क्राइटेरिया को फॉलो नही करता है कितने ncte के नॉर्म्स नही फॉलो करते हैं कुछ pg बेस से बीएड कर नौकरी पाए है कुछ ctet पास हैं जब प्रशिछु शिक्षक चयन 2011 के 30 नवंबर 2011 के विज्ञापन में अहर्ता उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011 की मेरिट पर भर्ती होनी थी। लेकिन स्टेट अथॉरिटी ने 839 तदर्थ औपबंधिक नियुक्तियो में बेसिक शिक्षा नियमावली 1981 के किसी भी नियम का पालन नही किया गया सभी नियमों की धज्जियाँ उड़ा दी गईं जिसका प्रतिफल आज सही अभ्यर्थियों को भी भुगतना पड़ेगा। आज 116 नंबर से लेकर 90 नंबर तक का वैलिड अभ्यर्थी आज सड़को पर गई और 841 में ऐसे लोग 4200 ग्रेड पे की नौकरी कर रहे हैं जो NATIONAL COUNCIL OF TEACHER EDUCATION के किसी भी नियम व बेसिक एजुकेशन सर्विस रूल 1981 के किसी भी नियम का पालन नही हुआ। सभी नियमों की धज्जियां उड़ा दी गईं।
जल्द ढूध का दूध पानी का पानी होगा।
आपका शुभेछु
ऋषि श्रीवास्तव
आज हुई 839 की सुनवाई का आदेश हुआ अपलोड 22 सिंतबर को सेक्रेटरी बेसिक ( concerned अथॉरिटी ) को सभी रिकॉर्ड सहित कोर्ट ने तलब किया है। 839 नियोक्ताओं की सच्चाई की कलई अब खुलेगी। किसने उस जिले में आवेदन नही किया कौन टेट 11 किया है बीएड 12 किया है। कितने सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाये गए क्राइटेरिया को फॉलो नही करता है कितने ncte के नॉर्म्स नही फॉलो करते हैं कुछ pg बेस से बीएड कर नौकरी पाए है कुछ ctet पास हैं जब प्रशिछु शिक्षक चयन 2011 के 30 नवंबर 2011 के विज्ञापन में अहर्ता उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011 की मेरिट पर भर्ती होनी थी। लेकिन स्टेट अथॉरिटी ने 839 तदर्थ औपबंधिक नियुक्तियो में बेसिक शिक्षा नियमावली 1981 के किसी भी नियम का पालन नही किया गया सभी नियमों की धज्जियाँ उड़ा दी गईं जिसका प्रतिफल आज सही अभ्यर्थियों को भी भुगतना पड़ेगा। आज 116 नंबर से लेकर 90 नंबर तक का वैलिड अभ्यर्थी आज सड़को पर गई और 841 में ऐसे लोग 4200 ग्रेड पे की नौकरी कर रहे हैं जो NATIONAL COUNCIL OF TEACHER EDUCATION के किसी भी नियम व बेसिक एजुकेशन सर्विस रूल 1981 के किसी भी नियम का पालन नही हुआ। सभी नियमों की धज्जियां उड़ा दी गईं।
जल्द ढूध का दूध पानी का पानी होगा।
आपका शुभेछु
ऋषि श्रीवास्तव