शुभ संध्या मित्रों
मैंने 839 की मौलिक नियुक्ति चैलेंज की क्या गलत किया। आज 116 वाला नौकरी से बाहर है 90 जनरल नौकरी कर रहा है उसका दोष मात्र इतना है कि वह सुप्रीम कोर्ट में याची नहीं था। याची योग्यता किस रूल में लिखी है ना तो सुप्रीम कोर्ट रूल में है और ना ही हाई कोर्ट रूल में है। आज नौकरी वो कर रहा है जो इस भर्ती में आवेदन पत्र भी नही भरा है। एक नियुक्ता तो ऐसा है जो सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट पास है जबकि प्रशिछु शिक्षक चयन 2011 मतलब 30-11-11 के विज्ञापन में मात्र उत्तर प्रदेश शिक्षक प्रमाण पत्र 2011 ही चयन का आधार था। आज कुछ नौकरी इसलिए नही प्राप्त कर पाए कि उनका उस डिस्ट्रिक में आवेदन नही था या किसी कारणवश कॉउंसलिंग नही करवा पाए। जबकि 839 में ऐसे नियोक्ताधारी जिन्होंने उस डिस्ट्रिक्ट में आवेदन नही किया जबकि यह सहायक अध्यापक पद का कैडर ही डिस्ट्रीक्ट लेवल का है। 839 नियोक्ताधारी में कुछ ऐसे लोग नियुक्त हैं जो ncte के नॉर्म्स भी फॉलो नही करते। सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई गई हैं इन नियुक्तियों में। आज 72825 में 115 से लेकर 140 जनरल एवं 90 से 125 तक का रिजर्व्ड केटेगरी का नियोक्ताधारी जो प्रॉपर चैनल से फाइट करके नौकरी पाया है वो अपने घर से 400 या 500 किलोमीटर सोनभद्र और महराजगंज जैसे जिलों में नौकरी कर रहा है और सपने परिवार से महीनों मिल नही पाता है। जबकि ये 839 में 83 और 90 92 नंबर पाकर चूरन छाप लोग अपने मूल निवास में बिना आवेदक और बिलो क्राइटेरिया होकर नौकरी कर रहे हैं। मेरा साथ उन 72825 में चयनित अभ्यर्थियों को भी देना चाहिए जो अपने घर से सैकड़ो किलोमीटर नौकरी करने को मजबूर हैं। मुझे उन सभी अभ्यर्थी का साथ चाहिए जो टेट में लीगल तरीक़े से 83 नंबर और 90 नंबर पाया है। बाकी 839 का चैप्टर मैं जल्द ही क्लोज करवाकर मुकदमा सुप्रीम कोर्ट पहुंचा दूँगा। ये मेरा वादा है आप सभी लोगों से । धन्यवाद शुभ रात्री
आपका शुभेछु
ऋषि श्रीवास्तव